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बच्चों की Memory Power (याददाश्त) बढ़ाने के लिए आसान घरेलू Tips & Tricks : बच्चों को कुछ सिखाने के लिए जरूरी है कि उनकी याददाश्त अच्छी हो। अगर उनकी याददाश्त कमजोर होगी तो फिर वो नयी चीजें नहीं सीख पाएंगे या फिर देर से सीखेंगे।
माता पिता अक्सर इस मुश्किल का सामना करते है कि उनके बच्चें सारा वर्ष पूरा मन लगा कर पढ़ाई करते है लेकिन बच्चों की Memory Power (याददाश्त) के कारण अक्सर exam आने के समय व exam देते वक्त बच्चें याद किया हुआ भूल जाते है. अथवा याद किए हुए सारे विषयो में बच्चें confuse होने लग जाते है
इसी तरह की समस्याओं के हल के लिए इस आर्टिकल article में कुछ tips & tricks का सुझाव दिया गया है, जिन्हें अपनाकर माता पिता अपने बच्चों की Memory Power (याददाश्त) को बढ़ा सकते है. तो आइए जानते हैं वो कौन से तरीके हैं जिनसे बच्चों की Memory Power (याददाश्त) को बढ़ाया जा सकता है।
बच्चों को अच्छी आदतें कैसे सिखाएं
माता-पिता के जानने योग्य जरूरी बातें
बच्चों के पढ़ाई के स्थान को सुव्यस्थित रखे

माता पिता सबसे पहले बच्चों को पढ़ाई के स्थान को साफ सुथरा रखना सिखाएं। बच्चों को उनकी किताबें व समान को व्यवस्थित ढंग से रखने के लिए प्रेरित करें।बच्चा जिस विषय के संबंध में पढ़ रहा है तो उसके सामने सिर्फ उसी विषय से सम्बंधित सामग्री (Books & Note books etc.) ही होनी चाहिए।
विषय से संबंधित सामग्री के बिना उसके आस पास किसी भी प्रकार का अन्य वस्तुएं न हो. नहीं तो बच्चे का ध्यान उन्हीं वस्तुओं की तरफ आकर्षित होगा। बच्चें के आसपास सिर्फ विषय से सम्बंधित सामग्री होने से बच्चा शांत मन से एकाग्र होकर पढ़ेगा और जिससे बच्चों की Memory Power (याददाश्त) बढ़ेगी।
जोर-जोर (Loudly Reading) से पढ़े
हम जो याद करना चाहते हैं उसे loudly read करने से वो हमे याद हो जाता है.
अगर बच्चे मन ही मन चीजों को पढ़ेंगे तो उन्हें जल्दी से याद नहीं होगा और वे उस चीज को जल्दी भूल जाएंगे। ऐसे में आप अपने बच्चों से कहें कि वह जो भी कुछ पढ़ रहे हैं उसे जोर जोर से पढ़ें। इससे उन्हें खुद अपनी आवाज सुनाई देगी और याद करने में आसानी होगी। जोर-जोर से पढ़कर याद करने से बच्चों को वह बातें याद रहती हैं और इससे बच्चों की Memory Power (याददाश्त) बढ़ेगी।
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दर्पण तकनीक (The Mirror Technique)

दर्पण तकनीक से भी बच्चे आसानी से याद कर सकते है। माता पिता बच्चो को बोले की उन्हें जो याद हुआ है, वह शीशे के सामने खड़े होकर जोर-जोर से बोले। इससे बच्चे को जल्दी याद हो जायगा और बच्चों की Memory Power (याददाश्त) बढ़ेगी।
जरुरी चीज़ें लिख लें

अगर कोई important information को आप याद करना चाहते हैं तो उसे लिख लें, लिखने से हमे चीज़ों को याद करने में आसानी होती है. लिखने से हमारी body में oxygenated blood flow होता है और इससे brain sharp होता है. इससे आपकी याद रखने की क्षमता बढ़ेगी।
एक समय में एक काम करे
कई काम एक साथ करने से आप कभी भी एकाग्रता से कार्य नहीं कर पाएंगे | एक समय में एक ही कार्य करें, उसी के बारे में सोचें तथा हर काम के लिए अलग-अलग समय सुनिश्चित करें|
बेड पर बैठकर मत पढ़े
बच्चे को बेड पर बैठकर पढ़ने के लिये मत बोले इससे बच्चे को आलस आएगा और याद करने में कठिनाइ आएगी। बच्चे को स्टडी टेबल पर पढ़ने के लिए बोले। इससे उसका दिमाग एकाग्र होगा और बच्चों की Memory Power (याददाश्त) निश्चित बढ़ेगी।
बच्चों को लेकर बाहर घुमाने जाएं
जब आपके बच्चे बाहर घूमने जाएंगे तो इससे वे नई नई चीजों के बारे में जानेंगे, समझेंगे और उन्हें अपने मन ही मन में बार-बार दोहराएंगे। इससे न केवल उनकी नॉलेज बढ़ेगी बल्कि उनका मानसिक विकास भी होगा।
यह प्रैक्टिस बच्चों की स्मरण शक्ति और बच्चों की Memory Power (याददाश्त) को बढ़ाने में भी मददगार है। ऐसे में बच्चों के दायरे को केवल घर तक सीमित ना रखें। उन्हें बाहर घुमाने भी लेकर जाएं।
उचित नींद लें

एक अध्ययन के मुताबिक़ दोपहर में खाना खाने के बाद क़रीब एक घंटे की नींद लेने से बच्चों की याददाश्त बढ़ती है। दिमाग को मज़बूत बनाने और सीखने के लिए दोपहर की नींद बेहद अहम है।
अगर बच्चा रात को 7 – 8 hours की नींद रोज़ लें तो इससे आपके बच्चों की Memory Power (याददाश्त) बढ़ेगी। उचित नींद से बच्चे का दिमाग अच्छी तरह काम करेगा और चीज़ों को आसानी से याद रख पाएंगे। इससे बच्चों की Memory Power (याददाश्त) बढ़ेगी।
चित्रों का सहारा लें
बच्चों की Memory Power (याददाश्त) को बढ़ाने के लिए चित्रों का सहारा लेना भी एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता है। किसी भी पाठ को याद करने में अगर आपके बच्चे को दिक्कत हो रही है तो उसे बताए कि जब भी कोई पाठ को पढ़ें तो उसके बारे में मन में चित्र को सोचें।
इससे उनकी याद करने की क्षमता में सुधार हो सकता है। वहीं, विषय से जुड़े एक शोध में इस बात का जिक्र मिलता है कि चित्रों के जरिए चीजों को याद करना आसान है ऐसा करने से आपके बच्चे को वो पाठ याद रहेगा और जल्दी नहीं भूलेगा। इससे बच्चों की Memory Power (याददाश्त) बढ़ेगी।
बच्चों से बात करें

बच्चों से बहुत सारी बात करें और पूछें कि उसके स्कूल में क्या -क्या हुआ या फिर उसके दोस्तों का क्या नाम है। अगर आप कभी बाहर घूमने जाएं तो घर आकर उस जगह के बारे पूछें। ऐसे में आपका बच्चा पिछली बातों को याद करेगा और उन बातों के बारे में कुछ न कुछ कहानियां बनाएगा और उसके दिमाग को सक्रिय रखने में मदद मिलेगी। इससे बच्चों की Memory Power (याददाश्त) भी बढ़ेगी।
डाइट में बदलाव और ड्राई फ्रूट्स का सेवन
बच्चों की Memory Power (याददाश्त) को बढ़ाने के लिए उन्हें ड्राई फ्रूट्स खिलाना भी फायदेमंद हो सकता है। यहां हम कुछ सूखे मेवे के बारे में बता रहे हैं, जो बच्चों की याददाश्त को बढ़ाने में कारगर साबित हो सकते हैं।

बच्चों की Memory Power (याददाश्त) बढ़ाने के लिए अखरोट
अखरोट का सेवन याददाश्त में सुधार करने में लाभकारी साबित हो सकता है।
बच्चों की याददाश्त बढ़ाने के लिए बादाम
बताया जाता है कि बादाम में याददाश्त को बढ़ाने वाले गुण होते हैं ऐसे में इसका सेवन बच्चों की याददाश्त शक्ति को बढ़ाने में मददगार साबित हो सकता है।
बच्चों की डाइट में बदलाव करके भी याददाश्त को बढ़ाया जा सकता है। बता दे कि कुछ रिसर्च यह बताती हैं कि अगर डाइट में विटामिन डी विटामिन b1, b12, b6, आयरन, आयोडीन आदि को जोड़ा जाए साथ ही इन सब के साथ एंटीऑक्सीडेंट तत्व को बच्चों की डाइट में जोड़ा जाए तो इससे उनके सोचने समझने की शक्ति पर प्रभाव पड़ता है
बच्चे को कहें कि आपको पढ़ाएं
बल्कि कभी-कभी बच्चों को उनकी कक्षा का टीचर भी बनाया जा सकता है और स्टूडेंट आप बन जाएं। बच्चे आपको अपने विषय के बारे में समझाएंगे और पढ़ाएंगे तो उन्हें भी उस विषय से संबंधित जानकारी मिलेगी और बच्चे भी आसानी से याद कर पाएंगे। इस प्रैक्टिस से उनकी मानसिक शक्ति का भी विकास होगा।
अपने बच्चे को कहें कि वो आपको छोटी- छोटी बातें सिखाएं जैसे जोड़ घटाना या फिर किसी अन्य विषय का कोई पाठ जो बच्चे चाहे। इन आदतों से निश्चय ही आपके बच्चे की याददाश्त बढ़ेगी और आपका बच्चा पढ़ाई में अव्वल रहेगा।
पजल्स की मदद लें

पिक्चर पजल एक ऐसा खेल है, जिसमें एक फोटो के कई सारे टुकड़े बिखरे हुए होते हैं, फिर उन टुकड़ों को सही तरीके से जोड़ कर एक तस्वीर पूरी की जाती है। इस गेम के जरिए भी बच्चों की याददाश्त को बढ़ाने में कुछ हद तक मदद मिल सकती है.
बच्चों के लिए इनडोर गेम्स के तौर पर इसे एक अच्छा खेल माना जाता है।बच्चों को केवल आउटडोर गेम्स या इंडोर गेम्स खेल खिलाने से ही उनका विकास नहीं होता। बल्कि कुछ खेल ऐसे भी होते हैं जो उनके मानसिक विकास में मददगार होते हैं, जैसे पजल्स।
बच्चों को प्रोत्साहित करें

याददाश्त को बढ़ाने के लिए बच्चों को प्रोत्साहित करना भी जरूरी है। अगर बच्चा किसी भी पूछे गए सवालों का सही-सही जवाब देता है, तो उसे तुरंत प्रोत्साहित करें। ऐसा करने से बच्चा उस सवाल के जवाब को लंबे समय तक याद रख सकता है। इसलिए, अपने बच्चों को प्रोत्साहित जरूर करें।
रंगों के माध्यम से पढ़ाएं

बच्चे को जो भी कुछ पढ़ाएं उसे अलग अलग रंगों से अंडरलाइन कर दें क्योंकि अंडरलाइन करने से जानकारियां लंबे समय तक बच्चे को याद रह सकती हैं. आप दो-चार रंगों से शुरुआत कर सकते हैं, इन रंगों में भी ऐसे रंगों का इस्तेमाल करें जिससे बच्चों को कुछ सीखने को मिले जैसे किसी खास पक्षी का रंग बताने के साथ ही उससे जुड़ा पाठ भी उसे याद हो जाएगा। इससे बच्चे की याददाश्त बढ़ेगी
एक साथ न पढ़ाएं
आप ऐसा न सोचें कि बच्चा सारा कुछ एक ही दिन में याद कर लेगा। थोड़ा थोड़ा सिखाने से बातें उसके दिमाग में ज्यादा आएंगी। किसी पाठ को याद रखने का एक अच्छा तरीका है और इससे बच्चे की याददाश्त बढ़ेगी।
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