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राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस 2022-हम सभी चाहते हैं कि हम और हमारे परिवार के सदस्य सुरक्षित रहें। लोगों की आत्मरक्षा और राष्ट्र की सुरक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए भारतवर्ष में प्रत्येक वर्ष 4 मार्च का दिन राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस के रूप में मनाया जाता है .
ताकि लोगों को सुरक्षा के प्रति जागरूक कर उन्हें सुरक्षा मामलों की गंभीरता समझाई जा सके।सुरक्षा अभियान के रूप में राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह (Week) 4 मार्च 2022 शुक्रवार से 10 मार्च 2022 तक पूरे 1 हफ्ते मनाया जाएगा। भारत अपनी और अपने लोगों की सुरक्षा के महत्व को अच्छी तरह समझता है, चाहे वह किसी दुर्घटना से सुरक्षा हो या फिर स्वास्थ्य और पर्यावरण संबंधी सुरक्षा अथवा किसी अन्य प्रकार की सुरक्षा।

राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस कब मनाया जाता है?
4 मार्च 2022 शुक्रवार को 51वां राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस (National Safety Day) मनाया जाएगा और यह 10 मार्च 2022 तक चलेगा।यह दिन राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढाते हुए बड़े ही धूम-धाम से मनाया जाता है और लोगों में जागरूकता के प्रति प्रेरणा पहुंचाई जाती है ।
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस क्यों मनाया जाता है?
भारत में 4 मार्च को हर वर्ष राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस ( National Safety Day) के रूप में मनाया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य आम लोगों में सुरक्षा के नियमों का पालन करने के लिये जागरूकता लाना है।
खासकर 4 मार्च को मनाया जाने वाला यह राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस देश की सीमा पर अपनी जान की बाजी लगाकर सुरक्षा कर रहे आर्मी सोल्जर्स के लिए समर्पित है।
51st राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस /सप्ताह की थीम 2022 (National Safety Day/Week Theme 2022 )

हर साल, भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (NSC) राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस की थीम प्रकाशित करती है
भारत में नेशनल सेफ्टी डे एक खास थीम के साथ मनाया जाता है, इस साल राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस 2022 की थीम है “सुरक्षा संस्कृति के विकास हेतु युवाओं को प्रोत्साहित करें” (NURTURE YOUNG MINDS DEVELOP SAFETY CULTURE). लोगों को राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस की थीम के बारे में पता होना चाहिए।
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस का इतिहास
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस की स्थापना 4 मार्च 1966 को भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन द्वारा मुंबई सोसायटी अधिनियम के तहत की गयी थी,
4 मार्च के दिन को राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस के रूप में मनाने की पहल भारत की एक गैर सरकारी संस्था नेशनल सेफ्टी काउंसिल ने की थी। जिसके बाद लगातार हर वर्ष 4 मार्च का दिन राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस के रूप में मनाया जाता है।
नेशनल सेफ्टी काउंसिल एक गैर-लाभकारी संगठन है जिसकी स्थापना सन 1966 में लाए गए मुंबई सोसाइटी अधिनियम के आधार पर की गई थी।
जब इस संगठन की स्थापना की गई तो इसमें कुल 8000 सदस्य शामिल थे।सन 1966 में नेशनल सेफ्टी काउंसिल अर्थात राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की स्थापना हुई थी, सन 1972 में इसी संगठन द्वारा 4 मार्च को राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस के रूप में मनाने की शुरुआत की गई।
हालांकि जब इसकी पहल की गई उसके बाद से लगातार हर वर्ष औद्योगिक और अन्य प्रकार की दुर्घटनाओं में काफी कमी आई है और आजकल लोग भी सुरक्षा के मामले को बड़ी गंभीरता से लेने लगे हैं हालांकि यह सब राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस और राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह की ही देन है जिसमें लोगों को अपनी सुरक्षा के प्रति इतनी जागरुकता मिली।

राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस मनाने के उद्देश्य
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस को मनाने का प्रमुख उद्देश्य पूरे देश को सुरक्षा की बारीकियों के बारे में जागरूक करना है।
अशिक्षित लोगों को शिक्षित करना और एक स्थायी सुरक्षा वातावरण विकसित करने के बारे में व्यक्तियों और विभिन्न संगठनों में जागरूकता प्रदान करना।
पूरे राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों के आयोजन के जरिए लोगों को सुरक्षा और उसके साथ-साथ पर्यावरण और स्वास्थ्य जैसे कारकों की सुरक्षा के बारे में जागरूक किया जाता है।
आज के समय में मिलावटी वस्तुओं का बोलबाला अधिक हैं, इससे भी कई बीमारियाँ हो रही हैं और इससे नयी नस्ल कमजोर होती जा रही है, इससे भी देश को सुरक्षित रखना हम सबका का कर्तव्य हैं. यह भी सुरक्षा का एक अंग हैं.
मालिको और कर्मचारियों को उनकी कानूनी ज़िम्मेदारी याद दिलाकर वर्क प्लेस पर सुरक्षा को बढ़ावा देना.
अपने देश की सुरक्षा आंतरिक सुरक्षा से है जैसे बीमारी से सुरक्षा, चोरी, हत्या जैसे अपराधों से सुरक्षा की जाए।

इस दिन लोगों को सार्वजनिक सुरक्षा में अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए प्रेरित किया जाता है।
स्वच्छ परिवेश की सुरक्षा
देश की सुरक्षा केवल दुश्मनों से ही नहीं बल्कि हमें आपदाओं और प्रदूषण से भी करनी है।
देश के स्वच्छ परिवेश की सुरक्षा भी राष्ट्रीय सुरक्षा के अंतर्गत आती है जो हमारी जिम्मेदारी है ताकि हमारे राष्ट्रीय परिवेश में रहने वाले हमारे सभी देशवासी सदैव स्वस्थ रह सकें अगर वह स्वस्थ रहेंगे तो वह अपनी सुरक्षा दूसरे चीजों से भी कर सकते हैं.
लेकिन अगर वह स्वस्थ ही नहीं तो सुरक्षा की कोई गुंजाइश नहीं होती इसलिए हमें सुरक्षा के अंतर्गत सबसे पहले सुरक्षित परिवेश और स्वच्छता को प्राथमिकता देनी चाहिए।
नारी सुरक्षा
सुरक्षित परिवेश के साथ साथ हमारे देश की प्रत्येक महिला की सुरक्षा भी हमारी जिम्मेदारी है जिसका हमें शक्ति से निर्वहन करना चाहिए और उन्हें भी इस के प्रति जागरूक करना चाहिए ताकि वह स्वयं अपनी सुरक्षा कर सकें।
निर्धनता से सुरक्षा
देश की जनसंख्या बहुत अधिक है जिसमें बहुत सारे गरीब और निर्धन व्यक्ति भी आते हैं उनके सुरक्षा की भी जिम्मेदारी हमारी होती है अपनी गरीबी के कारण वह अपने लिए सुरक्षित परिवेश बनाने में असफल होते हैं इसलिए हमें मिलकर और एकजुट होकर उनके लिए एक सुरक्षित परिवेश बनाना चाहिए।
ऐसे ही विभिन्न प्रकार के विषयों को चुनकर हम सुरक्षा दिवस के उद्देश्य के रूप में स्थापित कर सकते हैं और उसी आधार पर प्रत्येक वर्ष सुरक्षा दिवस को मना सकते हैं।
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस से जुड़ी मूल विचारधारा
व्यक्तियों को सुरक्षा के प्रति गंभीर जागरूक करना।
एक दूसरे की सुरक्षा में परस्पर भूमिका के लिए प्रेरित करना।
आवश्यक संसाधनों को एक दूसरे की सहायता से जुड़ा कर सुरक्षित कार्यस्थल का निर्माण करना।
नव निर्माण के जरिए सुरक्षा संसाधनों को विकसित करना और समस्याओं से निपटने के नए उपायों की खोज करना।
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस /सप्ताह के कार्यक्रम | Celebration of National Safety and Security Day/ week 2022
हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी 4 मार्च को पूरे भारतवर्ष में राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस पूरे जोश और उल्लास के साथ मनाया जाएगा इस वर्ष का राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह 4 मार्च से लेकर 10 मार्च तक होगा जिसमें विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा और उसके जरिए लोगों को सुरक्षा की गंभीरता के प्रति जागरूक कर देश की सुरक्षा के लिए अपना बलिदान देने वाले वीर जवान सैनिकों को याद किया जाएगा।
यह सप्ताह विभिन्न सरकारी, गैर सरकारी संस्थानों के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग और विभिन्न ओद्योगिक संगठनो द्वारा मिलकर मनाया जाता है.ये संस्थाए विभिन्न कार्यक्रमों और विभिन्न प्रमोशनल मटेरियल्स के द्वारा लोगों में राष्ट्रीय सुरक्षा की भावना को जागरूक करती है.
इन कार्यक्रमों को विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पत्रिकाओं, समाचार पत्रों इस पूरे राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह के दौरान राष्ट्रीय स्तर और राज्य स्तर पर विभिन्न गतिविधियों जैसे वाद-विवाद प्रतियोगिता, सेमिनार, सुरक्षा संदेशो के पोस्टर, स्लोगन, निबंध प्रतियोगिता, सुरक्षा पुरस्कार वितरण, बैनर प्रदर्शनी, विभिन्न नाटक गीत तथा खेल प्रतियोगिता, विभिन्न कार्यशालाए और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को सुरक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण के मुद्दो पर जागरूक किया जाता है.
साथ ही साथ इस समय घर रही नई नई महामारी की गंभीरता से लोगों को परिचित कराया जाएगा और उसके प्रति सचेत होने के लिए और बचाव के उपायों को अपनाने के लिए प्रेरित भी किया जाएगा। इस वर्ष 2022 में हम राष्ट्रीय सुरक्षा संघ दिवस का 51 वां अवसर मनाएंगे
इस दिन भारत के युवा वर्ग के लोग सड़कों पर उतर कर सुरक्षा पर नारे लगाते हुए विभिन्न प्रकार की रैलियां करते हैं ताकि देशभर के लोगों को जागरूक कर सके। इस दिन स्कूल कॉलेज और अन्य विश्वविद्यालयों में भी सुरक्षा से जुड़े विषयों पर कई आयोजन किए जाते हैं।
मोबाइल फोन की शक्ति का उपयोग करें और सरकार की सुरक्षा नीतियों और व्यक्ति अपने स्तर पर क्या कर सकते हैं, के बारे में पर्याप्त जानकारी फैलाएं।
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस से जुड़े स्लोगन 2022 | National Safety day slogans 2022
जीवन सुरक्षा ही सर्वोपरि है, सुरक्षा बिना सब व्यर्थ है.
जीवन सुरक्षा कोई नारा नहीं है बल्कि यह एक जीने का तरीका है.
आपकी सुरक्षा सिर्फ और सिर्फ आप ही के हाथों में है.
जीवन में आत्म सुरक्षा सबसे जरूरी है, बिना सुरक्षा सारी खुशियां और सफलता अधूरी है।
स्वस्थ और सुरक्षित परिवेश से ही आनंदमय जीवन का मंत्र है। सुरक्षा में लापरवाही से हम जीवन से हाथ धो बैठते हैं।
एक सुंदर भविष्य के निर्माण के लिए वर्तमान में अपनी सुरक्षा बहुत जरूरी है अगर आप का आज सुरक्षित है तो आपका भविष्य भी सुरक्षित होगा।
देश के नागरिकों व आम लोगों को सुरक्षा के प्रति सचेत करना ही इस दिवस का मुख्य उद्देश्य है।
राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के बारे में तथ्य
यह थीम पर आधारित है.
प्रत्येक वर्ष, राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस को सार्वजनिक कार्य सुरक्षा की दिशा को उजागर करने के लिए एक थीम दी जाती है,
राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद का मिशन
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस का उद्देश्य कर्मचारियों और आम जनता की पूरे वर्ष सुरक्षित रूप से काम करने की प्रतिबद्धता को नवीनीकृत करना है।
यह एक गैर-लाभकारी है
राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की स्थापना सुरक्षा प्रशिक्षण को सभी के लिए अधिक सुलभ बनाने के लिए की गई थी – इसलिए, यह एक गैर-लाभकारी संगठन है।
आधी सदी से भी अधिक पुराना
राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद ने 50 साल पहले ही राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस की शुरुआत की थी।
राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की PLEDGE (संकल्प) 2022
“इस दिन, मैं पूरी तरह से पुष्टि करता/करती हूं कि मैं अपने आप को सुरक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण की सुरक्षा के कारण के लिए फिर से समर्पित करता/करती हूं और इन उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए नियमों, विनियमों का पालन करने और व्यवहार और आदतों को अनुकूल बनाने की पूरी कोशिश करूंगा/करूंगी।
मुझे पूरी तरह से पता है कि दुर्घटनाएं और बीमारी राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था पर एक नाला है और इससे मृत्यु हो सकती है, स्वास्थ्य को नुकसान हो सकता है और संपत्ति को नुकसान, सामाजिक पीड़ा और पर्यावरण का सामान्य क्षरण हो सकता है।
मैं दुर्घटनाओं और व्यावसायिक बीमारी की रोकथाम और बड़े पैमाने पर स्वयं, परिवार, समुदाय, संगठन और राष्ट्र के हित में संरक्षण के लिए हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। “
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