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Bhai Dooj 2022 : जानिए, भाई दूज का त्योहार क्यों, कैसे और कब मनाया जाता है ? भाई दूज की तिथि, शुभ मुहूर्त और पौराणिक कथा के बारे में जानने के लिए जरूर पढ़े :
दिवाली के पांच दिनों के त्योहार में भाई बहन का त्योहार भाई दूज भी शामिल है. कार्तिक के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को ‘यम द्वितीया’ के रूप में मनाने की परंपरा रही है. इसी दिन भाई बहन का त्योहार भाई दूज भी मनाते हैं.
भाई दूज मनाने के पीछे पौराणिक कथा :
पौराणिक कथा के अनुसार धर्मराज यम और यमुना भगवान सूर्य और उनकी पत्नी संध्या की संतान थे। लेकिन संध्या देवी भगवान सूर्य के तेज को सहन न कर पाने के कारण अपनी संतानों को छोड़ कर मायके चली गईं।
अपनी जगह अपनी प्रतिकृति छाया को भगवान सूर्य के पास छोड़ गई थी। यमराज और यमुना छाया की संतान न होने के कारण मां के प्यार से वंचित रहते थे, लेकिन दोनों ही भाई बहन में आपस में खूब प्यार था।

शादी होने बाद धर्मराज यम, बहन के बुलाने पर यम द्वितीया के दिन उनके घर पहुंचे थे। जहां यमुना जी ने भाई की सत्कार कर, उनको तिलक लगा कर पूजन किया। उसी दिन से भाई दूज का त्योहार मनाया जाता है।मान्यता है कि इस दिन जो भाई बहन से तिलक करवाता है, उसे कभी अकाल मृत्यु का भय नहीं सताता है।
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Bhai Dooj 2022 : भाई दूज कैसे मनाया जाता है
दिवाली के पांच दिनों के त्योहार में भाई बहन का त्योहार भाई दूज भी शामिल है. कार्तिक के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को ‘यम द्वितीया’ के रूप में मनाने की परंपरा रही है. इसी दिन भाई बहन का त्योहार भाई दूज भी मनाते हैं.
यम द्वितीया को भाई दूज या भैया दूज भी कहा जाता है, इसके पीछे एक कहानी है. इस दिन यमराज और उनकी बहन यमुना की पूजा की परंपरा है.
इस दिन बहन भाई को तिलक लगा कर उसकी आरती उतारती है. बहनें अपने भाई को मिठाई खिलाती हैं और उसकी सलामती की कामना करती हैं. भाई, बहन घर जाता है और तिलक करवा कर प्यार से बहनों को उपहार देता है. बहनें भी छोटे भाइयों को गिफ्ट देती है. इस तरह भाई-बहन का ये प्यारा सा पर्व मनाया जाता है.
Bhai Dooj 2022
इस साल कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि 26 अक्टूबर को दोपहर से शुरू हो रही है जो 27 अक्टूबर की दोपहर को समाप्त हो रही है। ऐसे में इस बार 26 और 27 दोनों ही दिन भाई दूज का पर्व मनाया जा रहा है। लेकिन 26 अक्टूबर को ज्यादा श्रेष्ठ माना जा रहा है।. सनातन हिंदू धर्म में रक्षाबंधन की तरह भाई दूज का भी विशेष महत्व होता है ।
Bhai Dooj 2022 तिथि, शुभ मुहूर्त
शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि प्रारंभ- 26 अक्टूबर दोपहर 2 बजकर 42 मिनट से
शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि समाप्त- 27 अक्टूबर 12 बजकर 45 मिनट तक
भाई दूज अपराह्न समय – 26 अक्टूबर दोपहर 01 बजकर 12 मिनट से 0 3 बजकर 27 मिनट तक
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